शनिवार, १४ नोव्हेंबर, २०१५

बाल दिन - श्री नन्दलाल वामन गुरव, धुळे

  रोने की वजह न थी
         हसनेका बहाना न था
      क्यो हो गए हम इतने बडे
   इससे अच्छा तो वो बचपन का
               जमाना था!
   
    बाल दिनाच्या हार्दिक शुभेच्छा

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