नोट - पोस्ट को पढ़े बिना कोई कुछ ना कहें...!!
.
इजराइल एक ऐसा छोटा सा देश जिसकी जनसँख्या 80 लाख के आस पास है पर 150 करोड़ से अधिक 56 मुस्लिम देश इजराइल से खौफ खाते हैं - ताजा उदहारण ISIS पुरे अरब में आतंक मचाये हुए है, लोगों का कत्लेआम कर रहा है, पर अब तक इजराइल की तरफ एक गोली भी नहीं चलाई है, जबकि इजराइल सीरिया का पडोसी ही देश है, एक भी इजराइल के नागरिक को छुआ भी नहीं, क्योंकि उनको पता है जहाँ इजराइल को थोडा भी छेड़ा, उनके यहाँ कोई मानवाधिकार वाला बकवास करने के लिए नहीं अगले ही पल या तो इजराइल की ओर से मिसाइल दाग दिया जायेगा या इसरायली सेना चढ़ाई कर देगी - इजराइल का ये रुतबा ऐसे ही नहीं बना है...!!
.
बात है इजराइल के बनने की, जब हिटलर से जान बचाकर यहूदी लोग इजराइल पहुचे थे और इजराइल बनाया था, अरब के मुस्लिमो ने पहली बार इजराइल पर 1948 में हमला किया था उस समय बस इजराइल बना ही था, उसके पास कोई बड़ी सेना या धन गोला बारूद नहीं था, परंतु फिर भी इजराइल ने अरब को 1948 में बड़े आसानी से हरा दिया तब से लेकर अब तक अरब देशों ने 6 बाद इजराइल से युद्ध लड़े हैं और इजराइल ने हर बार मुस्लिम देशो को हराया है - अगर आंकड़ो की बात करे तो 1948 से अब तक अरब-इजराइल युद्धों में इजराइल के 22000 सैनिक शहीद हुए हैं वहीँ मुस्लिम देशों के 91000 से अधिक...!!
.
इजराइल ऐसा देश है जिसका नक्शा आप देखें, चारो ओर से मुस्लिम देशों से घिरा हुआ है फिर भी किसी मुस्लिम देश, या ISIS की मजाल नहीं की इजराइल को छेड सके अगर यूँ कहा जाए की इजराइल, मुस्लिम देशों का काल है तो अतिशयोक्ति नहीं होगी इजराइल इसलिए इतना ताकतवर है क्योंकि वहां के लोगो में दुश्मनो के प्रति मानवाधिकार जैसे बकवास चीजे नहीं है और एक बात मित्रो इजराइल खुद पहले हमला नहीं करता, बस उसको कोई छेड़े तो इजराइल उसे छोड़ता नहीं - इजराइल की मोसाद का तो ऐसा खौफ है की मोसाद के डर से किसी आतंकी संगठन के मुखिया या किसी मुस्लिम देश के नेता की औकात नहीं की इजराइल की तरफ टेढ़ी आँख करके देखे मित्रो म्युनिक ओलिंपिक में जिहादी तत्वों ने इजराइल के खिलाडियों की जर्मनी में हत्या कर दी थी और वो जिहादी तत्व किसी मुस्लिम देश में जा छुपे थे, जिनकी संख्या सैंकड़ो में थी इजराइल की मोसाद के 30 जवान उस मुस्लिम देश में घुसकर उन जिहादियों को मार आये थे इजराइल की मोसाद का सिर्फ एक जवान शहीद हुआ था...!!
.
एक बार एक मुस्लिम संगठन के लोगो ने कुछ इसरायली लोगो की हत्या कर दी फिर सब फरार हो गए सबसे अपना देश और नाम हुलिया बदल दिया, पर इजराइल की मोसाद इतनी खौफनाक है, 25 साल बाद उन कातिलों को दक्षिण अमरीका के होटल में जाकर ख़त्म कर दिया - भारत को इजराइल से सीखने की जरुरत है, अगर इजराइल का 10% गुण भी भारत में आ जाये तो पाकिस्तान क्या हर जिहादी देश दुनिया के नक़्शे से मिट जाये - अभी के नेताओ का तो पता नहीं, मित्रो इस पोस्ट को शेयर करो ताकि देश की युवा पीढ़ी देशभक्ति सीखे और आगे आने वाले समय में जब इन्ही युवाओं में से कोई देश का नेता बनेगा तो देश को हर मोर्चे पर सुरक्षित कर देगा...!!
सोमवार, २३ नोव्हेंबर, २०१५
इजराइल एक ऐसा छोटा सा देश
याची सदस्यत्व घ्या:
टिप्पणी पोस्ट करा (Atom)
कोणत्याही टिप्पण्या नाहीत:
टिप्पणी पोस्ट करा