कुछ मिठे कुछ खट्ठे - भामरे आण्णा
सही जींदगी जिना हो तो मॉ बाप के साथ जीना सोचो!
क्यो की जीने की सही राह वही बता सकते है!
संसारका दुसरा पैय्या बिबी है!
तो ऊनको साथ लेके चलना सिखो!
उनपे पुरा भरोवसा रखो!
बुढापे का तिसरा पॉव संतान है!
तो वो पॉव ना फिसले ओर गिरा (छोड)न दे; ऐसे संस्कारोकी सिख उन्हे देना ; जिनसे पारिवीक बांधिलकीकी पहचान उसे हो!
जब लडकेकी शादी करके बहू घरमे लाते हो ; तो बहू के मॉ बॉप बननेका प्रयास करे! क्योकी खुदके मॉ बॉप छोडके आने की वो कमी महसूस ना करे! और अपने परिवारकी सही सदस्य बने!
जब घरकी लडकी ससूराल जाती हो तो;उनका मैकेका अधिकार आबाधित रखे! उनके सुख दुखका हिस्सा बनो!
शुभ प्रभात!
शुभ दिन !!
जय शंभो!!!!!
क्यो की जीने की सही राह वही बता सकते है!
संसारका दुसरा पैय्या बिबी है!
तो ऊनको साथ लेके चलना सिखो!
उनपे पुरा भरोवसा रखो!
बुढापे का तिसरा पॉव संतान है!
तो वो पॉव ना फिसले ओर गिरा (छोड)न दे; ऐसे संस्कारोकी सिख उन्हे देना ; जिनसे पारिवीक बांधिलकीकी पहचान उसे हो!
जब लडकेकी शादी करके बहू घरमे लाते हो ; तो बहू के मॉ बॉप बननेका प्रयास करे! क्योकी खुदके मॉ बॉप छोडके आने की वो कमी महसूस ना करे! और अपने परिवारकी सही सदस्य बने!
जब घरकी लडकी ससूराल जाती हो तो;उनका मैकेका अधिकार आबाधित रखे! उनके सुख दुखका हिस्सा बनो!
शुभ प्रभात!
शुभ दिन !!
जय शंभो!!!!!
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