हसबैंड की परिभाषा!
गांव की दो महिलाएं आपस में बात कर रही थी।
पहली बोली, "बहन यह हसबैंड क्या होता है?"
दूसरी ने मुस्कुराते हुए कहा, "बहन ये अजीब तरह का बैंड होता है। जो केवल घर के बेलन से ही बजाया जाता है। इस बैंड को बजाने का आनंद केवल शादीशुदा औरतें ही ले सकती हैं और इस बैंड की अच्छाई ये होती है कि इसे जितना बजाओगी उतनी ही मधुर धुन निकलेगी और धुन केवल घर के अंदर ही रहेगी।
मजे की बात तो यह है कि इसे कितना भी बजाओ ये हँसता ही रहता है,
इसीलिए इसे हसबैंड कहते हैं।
शनिवार, १४ नोव्हेंबर, २०१५
हसबैंड - श्री दिपक नारायण गुरव, मालेगाव
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