शुक्रवार, १३ नोव्हेंबर, २०१५

आवाज उठाओं... - श्री ललित दीनानाथ गुरव, धुळे


आवाज उठाओं...
सभी सरकारी नौकरी चाहने वालों
आवाज उठाओं...

किसी भी सरकारी विभाग की वेकेंसी निकलती हैं तो उसकी फार्म फीस 500-700 होती ही हैं
सरकार विद्यार्थीयों से पैसा कमाना चाहती हैं या उन्हें रोजगार देना ???

उदाहरण के लिए:- स्टेट बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर के लिए यदि
पोस्ट होती हैं 50 और यदि फाॅर्म पूरे देश के छात्रों से भरवाते है तो सिर्फ
फाॅर्म फीस होती हैं 500 रूपए। 130 करोड़ की आबादी में से
50 लाख कैंडिडेट फाॅर्म भरते हैं
अब
आइये सरकार का फायदा देखते हैं
500 फाॅर्म फीस × 50,00,000 विद्यार्थीयों ने फाॅर्म भरें =
(कुल आय फाॅर्म फीस से) 2 अरब 50 करोड़

नौकरी देना हैं 50 को मात्र।
सैलेरी 25000 मान लेते ज्यादा मानी गयी हैं इतनी होती नहीं हैं
25000 × 50 लोग = 12,50,000 महीना
12,50,000 × 12 महीने = 1 करोड़ 50 लाख

चालीस साल की नौकरी करने पर
1,50,00,000 × 40 साल = 60 करोड़

सरकार की फाॅर्म फीस कुल आय =
2 अरब 50 करोड़
(-) अपाॅइटेंड लोगों की 40 साल तक की सैलेरी
60 करोड़

2,50,00,00,000 - 60,00,00,000 = 1,90,00,00,000

सरकार की कुल आय = 1 अरब 90 करोड़

����मेरा सवाल - ���� सरकार व सम्बंधित विभाग से यह हैं कि आप विद्यार्थीयों को नौकरी देना चाहते हैं या
पैसा कमाना चाहते हैं ???

फाॅर्म फीस को कम करने के लिए आवाज उठायें...
और इस संदेश को अपने जान पहचान के लोगों को अवश्य बांटे.। ��

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