बुधवार, ११ नोव्हेंबर, २०१५

आइए इस दीपोत्सव अपने कुछ पारंपरिक कार्यों को एक नया आयाम देते हैं :- सौ नीलू संजय गुरव, नाशिक

1) घर की साफ-सफाई अवश्य करें मगर साथ ही साथ मन पर जो काम, क्रोध, लोभ, मोह, ईर्ष्या, स्वार्थ आदि की धूल जम गई है उसे भी साफ कर दें।

2) नई खरीदारी अवश्य करें मगर साथ ही साथ कुछ नई शिक्षा, नई जानकारी भी प्राप्त करें।

3) मिष्ठान्न अवश्य खाएँ मगर साथ ही साथ अन्य व्यक्तियों के जीवन में भी मिठास घोलने का प्रयत्न करें खासतौर पर वंचित वर्ग की यथासंभव सहायता करें।

4) दीप अवश्य जलाएँ मगर साथ ही साथ ज्ञान का दीप भी जलाएँ ताकि ये संपूर्ण संसार आलोकित हो सके।

5) लक्ष्मी पूजन अवश्य करें मगर साथ ही साथ अपनी आध्यात्मिक संपत्ति की अभिवृद्धि की भी प्रार्थना करें।

6) पटाखे अवश्य जलाएँ मगर साथ ही साथ अपना अहंकार भी जला दें।

ये दीपावली आपके जीवन को अनंत खुशियों से भर दे

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